- हर दिन इस तरह बिताओ कि ,
- रात को चैन की नीद सो सको !
- हर रात ऐसे बिताओ कि जागो तो ,
- चहरे पर ताजगी हो ,प्रसन्नता हो !
- जवानी को ऐसे बिताओ कि ,
- बुढापे में पछताना न पड़े !
- बुढापे को इस तरह बिताओ कि ,
- किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े !
- आचार्य सुधांशु जी महाराज