ADHYATMIK
Good thoughts
AdSense code
Tuesday, September 30, 2008
झुकना
धनुष झुकता है ,मार करता है !
चीता झुकता है ,प्रहार करता है !
सज्जन झुकता है ,लक्ष्य प्राप्त करता है !
दुर्जन झुकता है ,नीचे गिरता है !
Newer Post
Older Post
Home