- भूल गए
 क्या कभी आपने सोचा है -
- सत्ता की चाह में सत्य को भूल गये !
- मान की चाह में ज्ञान को भूल गये !
- धन की चाह में तन को भूल गये !
- सुविधा की चाह में सुख को भूल गये!
- साधन की चाह में साध्य को भूल गये !
- यश की चाह में ईश को भूल गये !
- सपनों की चाह में अपनों को भूल गये !
 पूज्य सुधांशु जी महाराज
 
