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Saturday, July 12, 2008

Fw: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] पाप


Subject: [Suvichar - Good Thoughts by Param Pujya Sudhanshuji Maharaj] पाप



  1. पाप में जब आदमी की मनोवृति बिगड़ जाती है तब पाप होते हैं !
  2. जब रोटी खाने बैठो तो सोचो यह कैसे कमाई की रोटी है !
  3. इतने सहन शील मत बन जाओ की दुष्ट अपनी दुष्टता से आपको दुःख देते जायं !