गुरुवर आना पडेगा
गुरुवर आना पडेगा गुरुवार तुम को आना पडेगा ,
प्यार से पुकारा तुम को आना ही पडेगा !
आकर देना गुरुवर मुझ को इतनी शक्ती ,
बिसरे न कभी तुम्हारी भक्ती !
लगा बैठा हूँ में तेरे चरणों की आस ,
आकर गुरुवर मिटा दो दिल की प्यास !
में तुम्हारी भक्ती में इतना डूब जाऊं ,
की अपना होश भी खो जाऊं !
तेरे पैरों की आहट से ,
लग जाए मुझे पता की गुरुवर आए हैं यहाँ !
तेरी सुगंध से ही महके वातावरण ,
और सूघं कर पता लग जाए आप के आने की ख़बर !
में जिधर भी देखूं तेरी सूरत ही दिखाई दे ,
हमेशा मेरे आस पास तुही दिखाई दे !
तेरी महिमा हे निराली ,
गुरुवर मुझ पर भी करदो महरबानी,
तुझ से इतना प्यार पाऊं ,कहे मदन गोपाल कि ,
दुनिया ही भूल जाऊँ !