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Thursday, June 6, 2013

वह जीवन

वह जीवन निरर्थक है जिसमें 
प्रेम क़ा प्रवाह न हो !
उन्नति की चाहा न हो !
अध्यात्म की राह न हो !
दूसरों की परवाह न हो !good morning