---------- Forwarded message ----------
From: Praveen Verma
From: Praveen Verma
ध्यान रखना जिस तरह नदियों का जल बहकर वापिस लौटता नहीं , जैसे पेड़ों से पत्ते टूटकर बिखर जाँएं तो डाल पर वापिस लगते नहीं, गया हुआ श्वास लौटता नहीं और बी्ता हुआ समय कभी हाथ आता नहीं ।
परम पूज्य सुधांशुजी महाराज
Be mindful that like flowing river water and fallen leaves that do not go back to their point of origination;
the breath taken does not come back and the time passed is also gone.