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Monday, April 19, 2010

मनुष्य की आयु

जैसे नदी बह जाती है और लौटकर नहीं आती, उसी तरह रात और दिन मनुष्य की आयु लेकर चले जाते हैं और फिर नहीं आते!!
गुरुवर सुधांशुजी महाराज के प्रवचनांश