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Friday, November 6, 2009

सदगुरु की अमृत वाणी

सदगुरु की अमृत वाणी



"यह जरुरी नहीं कि जो आप चाहते हैं संसार में वही मिल जाए।

यह भी जरुरी नहीं कि आपको संसार में आपके मनोनुकूल ही परिस्थितियां मिलें ।

यह भी संभव नहीं कि आपको एक सम्पूर्ण संसार या एक ऐसा परिवार मिले जिसमें सारी खुशियां हों ।

हर एक के लिए कुच्छ न कुच्छ तो कमी रहेंगी ही।

इस अभाव के ससार में भी जो शांत रह सके, मुस्करा सके तो समझो उसे जीने की कला आ गई। "

परम पूज्य सुधाँशुजी महाराज

"It is not essential that you get what you want in this world.

It is also not necessary that the circumstances in this world will be according to your desire.

To have a complete world and a family with all the happiness, is again not possible.

Something is always missing and it is with everyone.

If one can maintain peace and preserve smile in this deficit world, that person for sure knows the art of living."



His holiness Sudhanshuji Maharaj

Humble Devotee
Praveen Verma