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Saturday, May 30, 2009
भक्ति
आसक्ति और मोह का परित्याग ही
भक्ति
का द्वार है ! जब तक व्यक्ति मोह का परित्याग नहीं करता तब तक भक्ति
का पाठ नहीं सीखता !
परमपूज्य सुधांशुजी महाराज
सग्रह
कर्ता
श्रीमती राज
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